घबराए हुए विजय ने सृष्टि को फोन किया : आज मैं घर नहीं आ पाऊंगा।
सृष्टि : पर क्यों ॥ ?
विजय : कोई मेरी गाड़ी का ब्रेक, एस्केलेटर, क्लच, गिअर सब चुरा कर ले गया है। मैं यह सब दोबारा लगवा कर आऊंगा।
सृष्टि : अच्छा ॥कुछ ही देर बाद विजय ने फिर से फोन किया : मैं घर आ रहा हूं।
सृष्टि : अरे॥इतनी जल्दी..कैसे.. ?
विजय : मैं गाड़ी में गलती से पिछली सीट पर बैठ गया था।
-----------------------------------------------------------------
No comments:
Post a Comment