संता बंता से
संता: यार कल मैने एक आदमी दरिया में ढूबते हुए बाहर निकाल लिया।
बंता: फिर क्या हुआ?
संता: फिर वापिस दरिया में फेंक दिया।
बंता: तुमने ऐसा क्यों किया?
संता: कहावत है नेकी कर दरिया में डाल।
संता: यार कल मैने एक आदमी दरिया में ढूबते हुए बाहर निकाल लिया।
बंता: फिर क्या हुआ?
संता: फिर वापिस दरिया में फेंक दिया।
बंता: तुमने ऐसा क्यों किया?
संता: कहावत है नेकी कर दरिया में डाल।
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